कि कहब हे सखि आजुक रंग...

कि कहब हे सखि आजुक रंग !
सपनहिं सूतल कुपुरुप संग !१!

बड सुपुक्ख बलि आयल घाइ !
सूति रहल मोर आंचर झंपाइ !१!

कांचुलि खोलि आंलिगल देल !
मोहि जगाय आपु जिंद गेल !२!

हे बिहि हे बिहि बड दुम देल !
से दुख हे सखि अबहु न गेल !३!

भनई विद्यापति एस रश इंद !
भेक कि जान कुसुम मकरंद !४!

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